मई 2025 से पूरे देश में ATM से पैसे निकालने के नियम बदल गए हैं। अब हर बार जब आप फ्री लिमिट से ज्यादा बार ATM से पैसे निकालेंगे, तो आपको ज्यादा टैक्स (चार्ज) देना होगा। यह बदलाव RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) के नए निर्देशों के तहत लागू हुआ है, जिससे हर आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ेगा
इस लेख में आपको आसान भाषा में बताएंगे:
- नए ATM नियम क्या हैं?
- कौन सा बैंक कितना चार्ज लेगा?
- फ्री लिमिट कितनी है?
- बढ़े हुए चार्ज से कैसे बचें?
- और भी जरूरी बातें, जो हर बैंक ग्राहक को जाननी चाहिए।
ATM चार्ज में क्या बदलाव हुआ है?
- पहले क्या था:
अभी तक, फ्री लिमिट के बाद हर अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर ₹21 + टैक्स लगता था। - अब क्या है:
1 मई 2025 से फ्री लिमिट के बाद हर बार पैसे निकालने पर ₹23 + टैक्स लगेगा - यह नियम सभी बैंकों (SBI, HDFC, ICICI, PNB, Yes Bank आदि) पर लागू है।
ATM ट्रांजैक्शन की फ्री लिमिट क्या है?
शहर/क्षेत्र | अपने बैंक के ATM | दूसरे बैंक के ATM |
---|---|---|
मेट्रो सिटी | 5 | 3 |
नॉन-मेट्रो सिटी | 5 | 5 |
- मेट्रो सिटी: दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद
- फ्री लिमिट में फाइनेंशियल (पैसे निकालना) और नॉन-फाइनेंशियल (बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट) दोनों ट्रांजैक्शन शामिल हैं
कितना चार्ज लगेगा? (बैंकवार जानकारी)
बैंक का नाम | फ्री लिमिट के बाद चार्ज (प्रति ट्रांजैक्शन) |
---|---|
SBI | ₹23 + टैक्स |
HDFC Bank | ₹23 + टैक्स |
ICICI Bank | ₹23 + टैक्स |
PNB | ₹23 (फाइनेंशियल), ₹11 (नॉन-फाइनेंशियल) + टैक्स |
Yes Bank | ₹23 + टैक्स |
- नोट: GST अलग से लगेगा।
- PNB में नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (जैसे बैलेंस चेक) पर ₹11 चार्ज है
ATM चार्ज में बदलाव क्यों?
- ATM मशीनों की मेंटेनेंस, सिक्योरिटी, कैश मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी अपग्रेड का खर्च बढ़ गया है।
- बैंकों को ये खर्च निकालने के लिए RBI ने चार्ज बढ़ाने की मंजूरी दी है
- इससे बैंकों को ATM सर्विस बेहतर और सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
ATM चार्ज की पूरी डिटेल (2025 के नियम के अनुसार)
नियम | पहले (2022-2025) | अब (मई 2025 से) |
---|---|---|
फ्री ट्रांजैक्शन | 5 (अपने बैंक), 3-5 (दूसरे बैंक) | वही रहेगा |
चार्ज (फ्री लिमिट के बाद) | ₹21 + टैक्स | ₹23 + टैक्स |
नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन | ₹8-₹10 + टैक्स | ₹11 (PNB), बाकी बैंकों में आमतौर पर फ्री/₹8-₹10 |
ATM ट्रांजैक्शन चार्ज कैसे लगता है?
- फ्री लिमिट के अंदर:
कोई चार्ज नहीं (अपने बैंक और दूसरे बैंक की लिमिट के अनुसार)। - फ्री लिमिट के बाद:
हर बार पैसे निकालने या नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (जैसे बैलेंस चेक) पर चार्ज लगेगा। - टैक्स:
चार्ज के ऊपर GST (18%) अलग से लगेगा।
ATM चार्ज बढ़ने का असर
- जो लोग बार-बार या छोटी-छोटी रकम निकालते हैं, उनकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा।
- महीने में कई बार पैसे निकालने वालों को अब प्लानिंग करनी होगी, ताकि चार्ज से बचा जा सके।
- डिजिटल पेमेंट (UPI, मोबाइल वॉलेट, इंटरनेट बैंकिंग) को बढ़ावा मिलेगा
ATM चार्ज से कैसे बचें?
- ATM से पैसे निकालने की प्लानिंग करें:
बार-बार छोटी रकम निकालने की बजाय, एक बार में जरूरत के अनुसार पैसे निकालें। - डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल बढ़ाएं:
UPI, मोबाइल वॉलेट, इंटरनेट बैंकिंग, NEFT/IMPS जैसे डिजिटल माध्यमों से पेमेंट करें। - अपने बैंक के ATM का ज्यादा इस्तेमाल करें:
अपने बैंक के ATM से 5 फ्री ट्रांजैक्शन मिलते हैं, उनका पूरा फायदा उठाएं। - बैलेंस चेक और मिनी स्टेटमेंट के लिए मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें:
इससे ATM पर नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की लिमिट बचा सकते हैं।
ATM चार्ज बढ़ने के फायदे और नुकसान
फायदे:
- बैंकों को ATM सर्विस मेंटेन करने में मदद मिलेगी।
- डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
- ATM नेटवर्क सुरक्षित और बेहतर रहेगा।
नुकसान:
- आम आदमी की जेब पर असर।
- बार-बार पैसे निकालने वालों पर ज्यादा बोझ।
- छोटे कस्बों और गांवों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा सीमित है, वहां लोगों को मुश्किल हो सकती है।
ATM चार्ज से बचने के आसान टिप्स
- महीने की शुरुआत में ही जरूरत के हिसाब से पैसे निकाल लें।
- छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन से बचें।
- मोबाइल बैंकिंग, UPI, QR कोड और इंटरनेट बैंकिंग का ज्यादा इस्तेमाल करें।
- बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट के लिए ATM की बजाय मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें।
- अपने बैंक के ATM की फ्री लिमिट का पूरा फायदा उठाएं।
ATM चार्ज बढ़ने की वजह से आने वाले बदलाव
- लोग डिजिटल पेमेंट की तरफ शिफ्ट होंगे।
- बैंकिंग सर्विसेज में ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी।
- कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा।
- ATM पर भीड़ कम हो सकती है, जिससे सर्विस बेहतर मिलेगी।
ATM चार्ज बढ़ने पर सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
- सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले को लेकर नाराजगी जता रहे हैं।
- कई लोग कह रहे हैं कि बैंकों को सर्विस चार्ज के नाम पर आम आदमी से ज्यादा पैसे वसूलने का हक नहीं है।
- कुछ लोग मानते हैं कि डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए ये जरूरी कदम है।
ATM चार्ज बढ़ने के बाद क्या करें?
- बैंक की वेबसाइट या कस्टमर केयर से अपने अकाउंट की फ्री लिमिट और चार्ज की जानकारी लें।
- हर ट्रांजैक्शन का मैसेज और बैंक स्टेटमेंट ध्यान से पढ़ें।
- अगर कोई गलत चार्ज लगता है तो तुरंत बैंक से शिकायत करें।
ATM चार्ज बढ़ने का भविष्य में असर
- आने वाले समय में डिजिटल ट्रांजैक्शन और कैशलेस इकोनॉमी का चलन और बढ़ेगा।
- बैंकों को ATM सर्विस मेंटेन करने में आसानी होगी।
- ग्राहकों को अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग और ATM ट्रांजैक्शन पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा।
निष्कर्ष
मई 2025 से ATM से पैसे निकालना महंगा हो गया है। फ्री लिमिट के बाद हर बार ₹23 + टैक्स देना पड़ेगा। यह बदलाव सभी बैंकों पर लागू है। अब आपको अपनी ATM ट्रांजैक्शन की प्लानिंग करनी होगी और डिजिटल पेमेंट का ज्यादा इस्तेमाल करना होगा, ताकि आप अतिरिक्त चार्ज से बच सकें।
ATM चार्ज बढ़ने से जहां बैंकों को फायदा होगा, वहीं आम आदमी को अपनी फाइनेंसियल हैबिट्स बदलनी होंगी। अगर आप ऊपर दिए गए टिप्स अपनाएंगे तो आसानी से बढ़े हुए चार्ज से बच सकते हैं और अपने पैसों की बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं।