उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने मई माह में बिजली दरों में 2% की कमी करने का आदेश दिया है। यह निर्णय राज्य के लगभग 3.45 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को सीधा लाभ पहुंचाएगा। इस निर्णय के पीछे फ्यूल सरचार्ज और अधिभार के मुद्दों पर उठाए गए सवालों का महत्वपूर्ण योगदान है।
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) द्वारा मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के तहत बिजली कंपनियों को हर माह फ्यूल एंड पॉवर परचेज एडजस्टमेंट (FPPPA) के तहत दरें तय करने का अधिकार दिया गया है। इससे बिजली दरों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं।
इस लेख में, हम उत्तर प्रदेश की बिजली दरों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें बिजली दरों में कमी के पीछे के कारण, बिजली दरों की वर्तमान स्थिति, और बिजली उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध योजनाएं शामिल हैं।
UP Electricity Rate
घरेलू उपभोक्ता | 0-100 यूनिट: 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 101-150 यूनिट: 6.00 रुपये प्रति यूनिट, 151-300 यूनिट: 6.50 रुपये प्रति यूनिट, 300 से अधिक यूनिट: 7.00 रुपये प्रति यूनिट |
व्यावसायिक उपभोक्ता | छोटे दुकानें (2 kW तक): 7.00 रुपये प्रति यूनिट, व्यावसायिक (2-5 kW): 8.50 रुपये प्रति यूनिट, व्यावसायिक (5 kW से अधिक): 10.00 रुपये प्रति यूनिट |
फ्यूल सरचार्ज | हर माह फ्यूल कॉस्ट और पॉवर परचेज कॉस्ट के आधार पर तय किया जाता है |
बिजली दरों में कमी | मई 2025 में 2% की कमी की गई है |
बिजली उपभोक्ताओं की संख्या | लगभग 3.45 करोड़ उपभोक्ता |
बिजली दर निर्धारण | UPPCL और UPERC द्वारा निर्धारित किया जाता है |
बिजली दरों में कमी के पीछे के कारण
बिजली दरों में कमी के पीछे फ्यूल सरचार्ज और अधिभार के मुद्दों पर उठाए गए सवालों का महत्वपूर्ण योगदान है। उत्तर प्रदेश विद्युत उपभोक्ता परिषद ने लगातार फ्यूल सरचार्ज और अधिभार के मुद्दे उठाए थे, जिस पर परिषद और आयोग ने संज्ञान लिया है। अप्रैल में हुई 1.24% की वृद्धि के बाद उपभोक्ताओं ने अधिभार को लेकर सवाल उठाए थे, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
बिजली दरों की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में बिजली दरें घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग हैं। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए दरें 0-100 यूनिट के लिए 5.50 रुपये प्रति यूनिट से लेकर 300 से अधिक यूनिट के लिए 7.00 रुपये प्रति यूनिट तक हैं। व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए दरें 7.00 रुपये से 10.00 रुपये प्रति यूनिट तक हैं।
बिजली दरों की गणना
बिजली दरों की गणना उपभोग स्लैब के आधार पर की जाती है। उपभोक्ता को अपने उपभोग स्लैब के अनुसार फिक्स्ड चार्ज और यूनिट चार्ज देना होता है। इसके अलावा, बिजली ड्यूटी और फ्यूल सरचार्ज भी जोड़े जाते हैं।
बिजली उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध योजनाएं
- बिजली बिल माफी योजना 2024-25: इस योजना के तहत, बकाया बिजली बिलों के लिए 100% से 70% तक की छूट दी जा रही है। यह योजना उन उपभोक्ताओं के लिए है जिनके पास 30 सितंबर 2024 तक बकाया बिल हैं।
- लाइफलाइन उपभोक्ता सब्सिडी: यह सब्सिडी निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए है, जिनकी मासिक ऊर्जा खपत 100 kWh तक है। इस सब्सिडी के तहत, प्रति यूनिट 3.50 रुपये की सब्सिडी दी जाती है, जिससे उपभोक्ता को प्रति यूनिट 3 रुपये की दर से बिजली मिलती है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में मई 2025 में 2% की कमी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के लाखों उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाएगा। यह निर्णय फ्यूल सरचार्ज और अधिभार के मुद्दों पर उठाए गए सवालों के बाद लिया गया है। बिजली दरों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, जो फ्यूल कॉस्ट और पॉवर परचेज कॉस्ट पर निर्भर करते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई बिजली बिल माफी योजना और लाइफलाइन उपभोक्ता सब्सिडी जैसी योजनाएं भी उपभोक्ताओं के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इन योजनाओं से न केवल बिजली की लागत कम होती है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को भी सहायता मिलती है।
Disclaimer: यह लेख उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में हाल ही में हुई कमी और संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह जानकारी वर्तमान स्थिति के अनुसार है और भविष्य में बदलाव हो सकते हैं। बिजली दरों और योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए, संबंधित अधिकारिक वेबसाइटों या स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करना उचित होगा।