भारत में हाईवे पर सफर करने वालों के लिए टोल टैक्स सिस्टम में बड़ा बदलाव चर्चा में है। सोशल मीडिया और कई खबरों में दावा किया जा रहा है कि 30 अप्रैल 2025 के बाद FASTag सिस्टम पूरी तरह बंद हो जाएगा और टोल टैक्स वसूली का तरीका बदल जाएगा। आइए जानते हैं सच्चाई, सरकार की नई गाइडलाइन, नया सिस्टम क्या है, और आपको क्या करना जरूरी है।
क्या सच में FASTag सिस्टम बंद हो रहा है?
- सरकार ने साफ किया है कि 1 मई 2025 से FASTag सिस्टम पूरी तरह बंद नहीं हो रहा है।
- मीडिया में आई GPS या सैटेलाइट बेस्ड टोलिंग सिस्टम की खबरें फिलहाल गलत हैं।
- सरकार और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने स्पष्ट किया है कि पूरे देश में FASTag की जगह कोई नया सिस्टम लागू नहीं किया जा रहा है।
असल में क्या बदलने जा रहा है?
- FASTag सिस्टम अभी जारी रहेगा।
- कुछ चुनिंदा टोल प्लाजा पर एक नया पायलट सिस्टम शुरू किया जा रहा है, जिसका नाम है –
ANPR-FASTag Barrier-less Tolling System। - यह सिस्टम फिलहाल सिर्फ चुनिंदा टोल प्लाजा पर टेस्टिंग के लिए लागू होगा, पूरे देश में नहीं।
ANPR-FASTag Barrier-less Tolling System क्या है?
इस सिस्टम की मुख्य बातें:
- ANPR (Automatic Number Plate Recognition):
हाई-टेक कैमरे वाहन की नंबर प्लेट पढ़ेंगे। - FASTag (RFID):
गाड़ी में लगा FASTag भी एक्टिव रहेगा। - बिना रुके टोल कटेगा:
आपको टोल प्लाजा पर रुकना या स्लो डाउन करना नहीं पड़ेगा। - सीधा कटेगा टोल:
आपकी गाड़ी की पहचान होते ही आपके FASTag से ऑटोमेटिक टोल कट जाएगा। - गलत नंबर प्लेट या फर्जीवाड़ा पकड़ा जाएगा:
ANPR कैमरे फर्जी नंबर प्लेट या गलत टैग को पकड़ लेंगे। - नॉन-कम्प्लायंस पर पेनल्टी:
अगर कोई गाड़ी टोल दिए बिना निकलती है, तो ई-नोटिस और पेनल्टी लग सकती है, यहां तक कि FASTag सस्पेंड भी हो सकता है।
नया सिस्टम क्यों लाया जा रहा है?
- लंबी कतारों और रुकावट को खत्म करने के लिए
- टोल वसूली में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए
- फर्जीवाड़ा और टैग की गलतियों को रोकने के लिए
- सड़क पर सफर को और आसान और तेज बनाने के लिए
नया सिस्टम कैसे काम करेगा? (स्टेप-बाय-स्टेप)
- गाड़ी टोल प्लाजा के पास पहुंचेगी
- ANPR कैमरा गाड़ी की नंबर प्लेट पढ़ेगा
- FASTag रीडर गाड़ी के टैग को स्कैन करेगा
- दोनों डेटा मैच होने पर, टोल राशि ऑटोमेटिक कट जाएगी
- रुकने या स्लो डाउन करने की जरूरत नहीं
- अगर किसी कारण से टोल नहीं कट पाया तो ई-नोटिस मिलेगा
FASTag यूजर्स के लिए क्या जरूरी है?
- 30 अप्रैल 2025 तक:
अभी जैसा है, वैसे ही FASTag का इस्तेमाल करें। - 1 मई 2025 के बाद:
जिन टोल प्लाजा पर नया सिस्टम लगेगा, वहां आपको रुकना नहीं पड़ेगा, बस FASTag एक्टिव और बैलेंस मेंटेन रखें। - गाड़ी की नंबर प्लेट साफ और सही होनी चाहिए।
- अगर नोटिस या पेनल्टी मिले तो समय पर निपटाएं।
आने वाले समय में क्या हो सकता है?
- पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने पर, यह सिस्टम पूरे देश में लागू किया जा सकता है
- फिलहाल GPS या सैटेलाइट बेस्ड टोलिंग सिस्टम लागू नहीं हो रहा है
- सरकार ने कहा है कि कोई बड़ा बदलाव लागू करने से पहले जनता को पूरी जानकारी दी जाएगी और समय भी मिलेगा।
नया सिस्टम – आपके लिए क्या फायदे?
- लंबी कतारों से छुटकारा
- फ्यूल की बचत
- टोल में पारदर्शिता
- सड़क पर सफर और आसान
- फर्जीवाड़ा और टैग की गड़बड़ी कम
नया सिस्टम – किन बातों का रखें ध्यान?
- FASTag की वैधता और बैलेंस चेक करते रहें
- गाड़ी की नंबर प्लेट साफ और असली हो
- कोई फर्जी टैग या नंबर प्लेट न लगाएं
- नोटिस या पेनल्टी को नजरअंदाज न करें
टोल टैक्स कटने का नया तरीका (सारांश टेबल)
पुराना तरीका (FASTag) | नया तरीका (ANPR-FASTag Barrier-less) |
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टोल प्लाजा पर रुकना पड़ता था | बिना रुके, कैमरा और टैग से ऑटोमेटिक कट |
RFID टैग से टोल कटता था | RFID + नंबर प्लेट कैमरा दोनों से कटेगा |
कतार और स्लो ट्रैफिक | कतार नहीं, सफर तेज |
मैन्युअल गड़बड़ी संभव | पारदर्शिता और फर्जीवाड़ा कम |
पूरे देश में लागू | फिलहाल कुछ चुनिंदा टोल प्लाजा पर |
राज्यवार क्या बदलाव हैं?
- महाराष्ट्र:
यहां 1 अप्रैल 2025 से सभी गाड़ियों के लिए FASTag अनिवार्य कर दिया गया है। बिना FASTag के गाड़ियों पर डबल टोल लगेगा। - अन्य राज्य:
केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार ही बदलाव होंगे।
नया सिस्टम कब तक पूरे देश में लागू होगा?
- फिलहाल कोई तारीख तय नहीं है।
- पायलट प्रोजेक्ट के नतीजों के बाद ही देशभर में लागू करने का फैसला होगा।
सरकार की सलाह
- अफवाहों पर ध्यान न दें।
- सिर्फ सरकारी वेबसाइट या अधिकृत सूचना पर भरोसा करें।
- FASTag एक्टिव और बैलेंस मेंटेन रखें।
- गाड़ी की नंबर प्लेट साफ और सही रखें।
- कोई नोटिस या पेनल्टी मिले तो तुरंत निपटाएं।
निष्कर्ष
FASTag सिस्टम अभी खत्म नहीं हुआ है।
1 मई 2025 से देशभर में कोई नया टोल सिस्टम लागू नहीं हो रहा है।
कुछ चुनिंदा टोल प्लाजा पर ANPR-FASTag Barrier-less Tolling System पायलट के तौर पर शुरू हो रहा है, जिससे टोल कटना और आसान और पारदर्शी होगा।
GPS या सैटेलाइट बेस्ड टोलिंग सिस्टम की खबरें फिलहाल अफवाह हैं।
सरकार ने साफ किया है कि कोई भी बड़ा बदलाव लागू करने से पहले जनता को पूरी जानकारी और समय दिया जाएगा।
अभी के लिए, FASTag का इस्तेमाल जारी रखें और गाड़ी की नंबर प्लेट सही रखें।
सड़क पर सफर की चिंता छोड़ें, नया सिस्टम आने पर आपको पूरी जानकारी दी जाएगी।