Pensioners Digital Verification: सत्यापन नहीं किया तो रुक सकती है पेंशन, जल्द करें प्रक्रिया पूरी

भारत में लाखों पेंशनर्स अपनी आजीविका के लिए सरकारी पेंशन पर निर्भर हैं। लेकिन हर साल, पेंशन प्राप्त करने के लिए उन्हें अपना जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) जमा करना अनिवार्य होता है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि पेंशन केवल जीवित लाभार्थियों को ही मिले।
हालांकि, इस प्रक्रिया में कई पेंशनर्स तकनीकी और भौतिक समस्याओं का सामना करते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, 13 लाख से अधिक पेंशनर्स अभी तक अपना सत्यापन नहीं कर पाए हैं, जबकि अंतिम तिथि नजदीक है। यह स्थिति उनके पेंशन भुगतान को रोक सकती है

पेंशन सत्यापन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पेंशनर्स को यह प्रमाणित करना होता है कि वे जीवित हैं और पेंशन प्राप्त करने के पात्र हैं। इसके लिए उन्हें जीवन प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता है।

पेंशन सत्यापन का अवलोकन

सत्यापन की आवश्यकताहर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य
अंतिम तिथि30 नवंबर (विशेष मामलों में अलग)
डिजिटल विकल्पJeevan Pramaan ऐप और पोर्टल
सत्यापन केंद्रबैंक, पोस्ट ऑफिस, CSC केंद्र
मुख्य चुनौतीडिजिटल साक्षरता और शारीरिक असुविधा
दंडसत्यापन न होने पर पेंशन रुक सकती है

सत्यापन के प्रकार

  1. भौतिक सत्यापन: बैंक या ट्रेजरी ऑफिस में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर।
  2. डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan): बायोमेट्रिक और आधार आधारित डिजिटल सेवा के माध्यम से।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan) क्या है?

Jeevan Pramaan एक बायोमेट्रिक डिजिटल सेवा है जो आधार आधारित तकनीक का उपयोग करती है। इसे भारत सरकार ने 2014 में लॉन्च किया था ताकि पेंशनर्स को भौतिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता न हो।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की विशेषताएं

  • आधार और बायोमेट्रिक आधारित प्रणाली।
  • घर बैठे ऑनलाइन सत्यापन की सुविधा।
  • बैंक या अन्य एजेंसियों को स्वचालित रूप से डेटा भेजना।

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करें?

  1. Jeevan Pramaan ऐप डाउनलोड करें।
  2. आधार नंबर और अन्य विवरण दर्ज करें।
  3. बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करें (फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन)।
  4. प्रमाण पत्र जनरेट होने पर SMS के माध्यम से लिंक प्राप्त करें।

पेंशनर्स को आने वाली समस्याएं

भौतिक समस्याएं

  • बुजुर्गों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है।
  • ट्रेजरी ऑफिस में पर्याप्त सुविधाओं की कमी।
  • अंगुलियों के निशान पढ़ने में कठिनाई (उम्र बढ़ने के कारण)।

डिजिटल समस्याएं

  • डिजिटल साक्षरता की कमी।
  • इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या।
  • तकनीकी ज्ञान का अभाव।

सरकार द्वारा उठाए गए कदम

  1. डोरस्टेप बैंकिंग: घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा।
  2. विशेष केंद्र: ग्रामीण क्षेत्रों में CSC केंद्र स्थापित करना।
  3. वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष समय: 80 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए अक्टूबर से ही प्रक्रिया शुरू करना।

पेंशनर्स के लिए सुझाव

  • अंतिम तिथि से पहले अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करें।
  • डिजिटल विकल्प अपनाने का प्रयास करें, जैसे Jeevan Pramaan ऐप।
  • किसी भी धोखाधड़ी कॉल या OTP साझा करने से बचें।

निष्कर्ष

13 लाख से अधिक पेंशनर्स द्वारा अभी तक सत्यापन न कराना एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे उनका पेंशन भुगतान रुक सकता है। सरकार ने डिजिटल और भौतिक दोनों विकल्प उपलब्ध कराए हैं ताकि यह प्रक्रिया सरल हो सके। सभी पेंशनर्स को सलाह दी जाती है कि वे समय पर अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करें और किसी भी प्रकार की असुविधा या धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।

Disclaimer: यह लेख जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है और इसमें दी गई जानकारी सरकारी दिशानिर्देशों पर आधारित है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी निर्णय से पहले संबंधित विभाग या आधिकारिक पोर्टल पर विवरण जांच लें।

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