Railway New Rules: टिकट, खान-पान समेत रेलवे के नियमों में हुए 5 बड़े बदलाव, जानें पूरी जानकारी

भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा परिवहन नेटवर्क है, जो लाखों यात्रियों को रोजाना सेवा प्रदान करता है। समय-समय पर रेलवे अपने नियमों में सुधार करता है ताकि यात्रियों को अधिक सुविधा और सुरक्षा प्रदान की जा सके। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये नियम 2025 में लागू हुए हैं और इनमें टिकट बुकिंग, खान-पान, वेटिंग टिकट और जनरल टिकट से जुड़े प्रावधान शामिल हैं। इस लेख में हम इन बदलावों की विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आप अपनी अगली यात्रा की योजना सही तरीके से बना सकें।

रेलवे के नियमों में 5 बड़े बदलाव

  1. वेटिंग टिकट पर नए प्रतिबंध
    अब वेटिंग टिकट धारक केवल जनरल कोच में यात्रा कर सकते हैं। रिजर्वेशन या AC कोच में वेटिंग टिकट पर यात्रा करने पर जुर्माना लगेगा।
  2. खान-पान सेवाओं में सुधार
    वंदे भारत ट्रेनों में अब बिना प्री-बुकिंग के भी यात्रियों को पका हुआ खाना खरीदने की अनुमति दी गई है।
  3. अग्रिम आरक्षण अवधि में बदलाव
    पहले 120 दिनों तक अग्रिम बुकिंग की सुविधा थी, जिसे घटाकर अब 60 दिन कर दिया गया है।
  4. जनरल टिकट के नियमों में संशोधन
    जनरल टिकट अब ट्रेन-विशिष्ट होंगे, जिससे यात्री केवल उस ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं जिसके लिए उनका टिकट जारी हुआ है।
  5. AI आधारित सीट आवंटन
    सीट आवंटन प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने के लिए AI तकनीक का उपयोग किया जाएगा।

वेटिंग टिकट पर नए प्रतिबंध

भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट धारकों के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब वेटिंग टिकट वाले यात्री केवल जनरल कोच में यात्रा कर सकते हैं। यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ रिजर्वेशन या AC कोच में पाया जाता है, तो उसे जुर्माना भरना पड़ेगा और अगले स्टेशन पर उतरना होगा।

मुख्य बिंदु:

  • AC कोच में जुर्माना: ₹440 + अगले स्टेशन तक का किराया।
  • स्लीपर कोच में जुर्माना: ₹250 + अगले स्टेशन तक का किराया।
  • रिजर्वेशन कोच: वेटिंग टिकट धारकों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित।

खान-पान सेवाओं में सुधार

वंदे भारत ट्रेनों में खान-पान सेवाओं को लेकर कई शिकायतें थीं। इसे ध्यान में रखते हुए IRCTC ने नियमों में बदलाव किए हैं। अब यात्री बिना प्री-बुकिंग के भी पका हुआ खाना खरीद सकते हैं।

नई सुविधाएं:

  • पका हुआ खाना और रेडी-टू-ईट (RTE) विकल्प दोनों उपलब्ध।
  • खाने की बिक्री ट्रॉलियों के माध्यम से होगी।
  • रात 9 बजे या डिनर सर्विस के बाद खाना नहीं बेचा जाएगा।
  • खाने की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

अग्रिम आरक्षण अवधि में बदलाव

रेलवे ने अग्रिम आरक्षण अवधि को घटाकर 120 दिन से 60 दिन कर दिया है। इस बदलाव का उद्देश्य यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना जल्दी बनाने और “नो शो” मामलों को कम करना है।

लाभ:

  • सीट आवंटन प्रक्रिया अधिक कुशल होगी।
  • कालाबाजारी और फर्जी बुकिंग कम होगी।
  • लास्ट-मिनट बुकिंग की संभावना बढ़ेगी।

जनरल टिकट के नियमों में संशोधन

जनरल टिकट अब ट्रेन-विशिष्ट होंगे। इसका मतलब है कि यात्री केवल उस ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं जिसके लिए उनका जनरल टिकट जारी हुआ है।

मुख्य बिंदु:

  • जनरल टिकट की वैधता अवधि: तीन घंटे।
  • ट्रेन बदलने की अनुमति नहीं होगी।
  • यह कदम भीड़भाड़ कम करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाया गया है।

AI आधारित सीट आवंटन

रेलवे ने सीट आवंटन प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए AI तकनीक का उपयोग शुरू किया है। इसका उद्देश्य वेटिंग लिस्ट मामलों को कम करना और अधिक यात्रियों को कन्फर्म सीट प्रदान करना है।

लाभ:

  • कन्फर्म सीट मिलने की संभावना बढ़ेगी।
  • यात्रियों का अनुभव बेहतर होगा।
  • सिस्टम अधिक पारदर्शी होगा।

रेलवे नियमों का सारांश

नियमविवरण
वेटिंग टिकट यात्राकेवल जनरल कोच में अनुमति
खाने की बिक्रीपका हुआ खाना उपलब्ध; रात 9 बजे तक
अग्रिम आरक्षण अवधि120 दिन से घटाकर 60 दिन
जनरल टिकटट्रेन-विशिष्ट; तीन घंटे वैधता
AI आधारित सीट आवंटनबेहतर कन्फर्मेशन प्रक्रिया
जुर्माना (AC)₹440 + अगले स्टेशन तक का किराया

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे द्वारा लागू किए गए ये नए नियम यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। हालांकि कुछ यात्रियों को इनसे असुविधा हो सकती है, लेकिन कुल मिलाकर ये बदलाव सुरक्षा, सुविधा और कुशलता बढ़ाने के लिए किए गए हैं।

सलाह: यात्रा से पहले अपने PNR स्टेटस और नए नियमों की जानकारी जरूर लें ताकि आपकी यात्रा सुगम हो सके।

Disclaimer: यह लेख भारतीय रेलवे द्वारा घोषित नए नियमों पर आधारित है। कृपया अपनी यात्रा योजना बनाने से पहले आधिकारिक जानकारी प्राप्त करें।

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