स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो करोड़ों ग्राहकों को सेविंग अकाउंट की सुविधा प्रदान करता है। SBI के सेविंग अकाउंट पर ब्याज अर्जित करने का लाभ हर ग्राहक को मिलता है। यह ब्याज एक निश्चित दर पर दिया जाता है और इसे समय-समय पर बैंक द्वारा संशोधित किया जाता है।
SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज दर वर्तमान में 2.70% प्रति वर्ष है। यह दर खाताधारक के जमा राशि के आधार पर लागू होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज साल में कितनी बार दिया जाता है, यह किस महीने और तारीख को क्रेडिट होता है, और इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
SBI सेविंग अकाउंट ब्याज का सारांश (तालिका)
वर्तमान ब्याज दर | 2.70% प्रति वर्ष |
₹10 करोड़ से अधिक जमा पर ब्याज दर | 3.00% प्रति वर्ष |
ब्याज क्रेडिट करने की अवधि | तिमाही (Quarterly) |
क्रेडिट होने वाले महीने | मार्च, जून, सितंबर, दिसंबर |
न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता | नहीं |
कर दायित्व | सेक्शन 80TTA के तहत छूट |
लागू होने की तिथि | 15 अक्टूबर 2022 से |
SBI सेविंग अकाउंट ब्याज क्या है?
SBI सेविंग अकाउंट पर ग्राहकों को उनकी जमा राशि पर ब्याज मिलता है। यह ब्याज बैंक द्वारा तय की गई दरों के अनुसार होता है और इसे ग्राहक के खाते में समय-समय पर क्रेडिट किया जाता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- SBI सेविंग अकाउंट पर वर्तमान ब्याज दर 2.70% प्रति वर्ष है।
- यदि खाते में ₹10 करोड़ से अधिक राशि जमा हो, तो ब्याज दर 3.00% प्रति वर्ष हो जाती है।
- ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं।
SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज साल में कितनी बार दिया जाता है?
SBI अपने सभी सेविंग अकाउंट्स पर अर्जित ब्याज को साल में चार बार क्रेडिट करता है। इसे तिमाही आधार (Quarterly Basis) पर ग्राहकों के खाते में डाला जाता है।
क्रेडिट होने वाले महीने:
- मार्च
- जून
- सितंबर
- दिसंबर
ब्याज हर तिमाही के अंत में ग्राहक के खाते में जमा किया जाता है। उदाहरण के लिए:
- जनवरी से मार्च तक अर्जित ब्याज मार्च के अंत में क्रेडिट होगा।
- अप्रैल से जून तक का ब्याज जून के अंत में मिलेगा।
ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है?
SBI सेविंग अकाउंट का ब्याज दैनिक शेष राशि (Daily Balance) के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है। इसका मतलब यह है कि हर दिन आपके खाते में उपलब्ध राशि पर ब्याज की गणना होती है, और इसे तिमाही आधार पर आपके खाते में क्रेडिट किया जाता है।
उदाहरण:
यदि आपके खाते में प्रतिदिन ₹1 लाख की औसत शेष राशि रहती है और ब्याज दर 2.70% प्रति वर्ष है, तो:
- दैनिक ब्याज = (₹1,00,000 × 2.70%) ÷ 365
- तिमाही ब्याज = दैनिक ब्याज × 90 (लगभग)
इस प्रकार, तीन महीनों का कुल अर्जित ब्याज आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा।
SBI सेविंग अकाउंट की प्रमुख विशेषताएं
- लचीलापन: न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई बाध्यता नहीं।
- ऑनलाइन बैंकिंग: इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा।
- ATM कार्ड: सभी खाताधारकों को एटीएम/डेबिट कार्ड मिलता है।
- नामांकन सुविधा: खाताधारक अपने खाते के लिए नामांकित व्यक्ति चुन सकते हैं।
- कर लाभ: अर्जित ब्याज पर आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत ₹10,000 तक की छूट मिलती है।
निष्कर्ष
SBI सेविंग अकाउंट एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प है जो आपकी जमा राशि पर नियमित रूप से ब्याज प्रदान करता है। यह ब्याज साल में चार बार (मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर) आपके खाते में जमा होता है।
अगर आप एक ऐसा खाता चाहते हैं जो आपको लचीलापन और नियमित आय प्रदान करे, तो SBI सेविंग अकाउंट एक आदर्श विकल्प हो सकता है। हालाँकि, आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि अर्जित ब्याज टैक्सेबल होता है और इसे अपनी आयकर रिटर्न फाइल करते समय शामिल करना आवश्यक होता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य संदर्भ के लिए दी गई है। SBI द्वारा समय-समय पर नियमों और शर्तों में बदलाव किया जा सकता है। कृपया सटीक जानकारी के लिए बैंक से संपर्क करें या उनकी आधिकारिक वेबसाइट देखें।